प्रागैतिहासिक काल (Prehistoric Period)

प्रागैतिहासिक काल (Prehistoric Period)

प्रागैतिहासिक काल (Prehistoric Period) वह समय है जब मानव ने अभी तक लेखन की खोज नहीं की थी, इसलिए इस समय की जानकारी केवल पुरातात्विक स्रोतों (archaeological sources) जैसे – औजार, गुफाचित्र, हड्डियाँ, बर्तन आदि के आधार पर मिलती है। यह इतिहास का सबसे प्राचीन और रहस्यमय हिस्सा है। नीचे इसके प्रमुख पहलुओं का विस्तार से विवरण दिया गया है:


🗿 प्रागैतिहासिक काल: एक विहंगम दृष्टि

🔍 1. प्रागैतिहासिक काल की परिभाषा

‘प्रागैतिहासिक’ शब्द दो भागों से बना है —
प्राग् (पूर्व) + इतिहास
अर्थात वह काल जब इतिहास नहीं लिखा गया था, लेकिन मानव जीवन का अस्तित्व था।


🧱 2. जानकारी के मुख्य स्रोत

  • गुफा चित्र (Cave Paintings) – जैसे भीमबेटका (मध्य प्रदेश)
  • पत्थर और हड्डी के औजार – शिकारी जीवन के प्रमाण
  • हड्डियाँ और कंकाल – जीवन शैली और खान-पान का पता चलता है
  • जलवायु परिवर्तन के प्रमाण – हिमयुग की अवस्थाएँ

🪨 3. प्रागैतिहासिक काल के प्रमुख चरण

प्रागैतिहासिक काल को मुख्यतः तीन भागों में बाँटा गया है:


🪓 A. पाषाण युग (Stone Age)

🧍‍♂️ 1. पुरापाषाण युग (Old Stone Age / पेलियोलिथिक काल)

📅 काल: लगभग 2.5 लाख वर्ष पूर्व से 10,000 ई.पू.

  • जीवन शैली: शिकारी और खाद्य संग्राहक
  • औजार: मोटे पत्थर के औजार
  • आवास: गुफाओं में रहना
  • प्रसिद्ध स्थल: सोहन (पाकिस्तान), भीमबेटका (मध्य प्रदेश)
  • विशेषता: आग का प्रयोग, गुफाचित्र

🔥 विशेष तथ्य:

  • आग का उपयोग खाना पकाने, डर भगाने और गरमी के लिए किया जाता था।
  • समाज छोटे झुंडों में रहता था।

🌾 2. मध्यपाषाण युग (Mesolithic Age)

📅 काल: 10,000 ई.पू. – 8,000 ई.पू.

  • जीवनशैली: शिकार के साथ-साथ प्रारंभिक कृषि
  • औजार: सूक्ष्म औजार (Microliths)
  • नवाचार: कुत्ते का पालतूकरण, मछली पकड़ना

🚜 3. नवपाषाण युग (Neolithic Age)

📅 काल: 8000 ई.पू. – 4000 ई.पू.

  • कृषि की शुरुआत: गेहूं, जौ की खेती
  • पालतू जानवर: गाय, बकरी, भेड़
  • स्थायी आवास: मिट्टी और लकड़ी के घर
  • कपड़े: ऊन और कपास से वस्त्र बनाना
  • प्रसिद्ध स्थल: मेहरगढ़ (पाकिस्तान), चिरांद (बिहार), बुरझोहॉम (कश्मीर)

🏺 B. ताम्रपाषाण युग (Chalcolithic Age)

📅 काल: 4000 ई.पू. – 1500 ई.पू.

  • कांसे और तांबे के औजारों का उपयोग
  • सभ्यता के बीज: गाँव, व्यापार, कृषि का विस्तार
  • स्थल: इनामगांव (महाराष्ट्र), कायथा (म.प्र.), अहार (राजस्थान)

🧠 4. प्रागैतिहासिक काल के सामाजिक और धार्मिक संकेत

  • समूहों में जीवन – सामूहिक शिकार, भोजन साझा करना
  • प्राकृतिक शक्तियों की पूजा – सूर्य, चंद्रमा, जल
  • सम्भवतः पूर्वजों की पूजा – कब्रों से संकेत

🖼️ 5. भीमबेटका की गुफाएँ: एक अनमोल धरोहर

  • स्थान: मध्य प्रदेश
  • विशेषता: हजारों वर्ष पुराने गुफाचित्र, जानवरों, शिकार और नृत्य के दृश्य
  • UNESCO विश्व धरोहर स्थल

🏁 निष्कर्ष

प्रागैतिहासिक काल वह नींव है जिस पर मानव सभ्यता की पूरी इमारत खड़ी हुई है। यह युग हमें सिखाता है कि इंसान ने कैसे जीरो से शुरुआत कर जीवन के हर पहलू में प्रगति की। प्रागैतिहासिक युग मानव के संघर्ष, अन्वेषण और अनुकूलन की सबसे बड़ी कहानी है।

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